पिछले कुछ दिनों से मेरे नगर में विजली का संकट चल रहा है। कारण यह बताया जाता है कि लोहियाहेड (खटीमा) का पावर हाउस खराब हो गया है।
नगरवासी आखिर कब तक धैर्य रखते। वो इकट्टे होकर बिजली घर पर पहुँच गये। इस दौरान कई बिजली कर्मियों से उनकी तू-तू, मैं-मैं भी हो गयी।
यह देखकर अभियन्ता महोदय वहाँ से चुपचाप खिसक लिए और पुलिस थाने में ही आकर दम लिया। उनके पीछे-पीछे भीड़ भी थाने में ही चली आयी। पुलिस वाले भी तो आखिर इन्सान ही होते हैं। उन्हें भी गर्मी तो सताती ही है।अतः सबके सामने ही इन अभियन्ता महोदय को खूब खरी खोटी उन्होंने भी सुनाई।
तब से बिजली की स्थिति में मेरे नगर में सुधार आ गया है।
इसी से सम्बन्धित एक घटना आज से 20 वर्ष पूर्व हुई थी। उन दिनों यहाँ के विधायक नैनीताल निवासी श्री विहारी लाल जी थे।
बिजली खटीमा में लोहियाहेड में बनती थी मगर उत्तर प्रदेश होने के कारण वितरण दोहना, बरेली से होता था।अतः बिजली की स्थिति लचर ही रहती थी।
इत्तफाक से विहारी लाल जी खटीमा दौरे पर आये हुए थे। उनके सामने जब यह समस्या लोगों ने रखी तो सीधे लोहियाहेड बिजली इंजीनियर के पास गये। लेकिन वो सीधे मुँह बात करने को राजी नही था।
बिहारी लाल जी ने बहला-फसला कर उन्हें अपनी जीप में बैठाया और बनबसा के पास गढ़ीगोठ गाँव में एक भैसों की खोड़ में बन्द कर दिया।
इस प्रकरण की काफी धूम रही।
उन दिनों उ0प्र0 के मुख्यमन्त्री मा0 पं0 नारायणदत्त तिवारी होते थे। जब उनके पास यह प्रकरण गया तो उन्होंने खटीमा में विजली वितरण खटीमा के ही लोहियाहेड पावरहाउस से करने के आदेश कर दिये।
अब तो खटीमा में बिजली खूब आने लगी थी।
कहने का तात्पर्य यह है कि यदि जनता अपने अधिकारों के प्रति जागरूक है तो समस्याओं का निदान हो ही जाता है। परन्तु इसके लिए संगठित हाने की आवश्यकता है।
सच ही कहा है- ‘‘संगठन मे ही शक्ति है।’’
humaare mohalle me aur aas paas ke ilaake me lagbhag ek maheene tak lagaatar 6-7 ghnate bijli kaati gayee...abhi jaake haalat sudhri hai varnaa humari dasha aap samajh lijiye...kaash yahan bhi aisa koi udaaharn pesh hota...
जवाब देंहटाएंwww.pyasasajal.blogspot.com
aapne kamaal ye kiya ki vishya ko baariki se baandh kar rakha aur rochak bhi banaya...badhai !
जवाब देंहटाएंsahi kaha aapne.........sabak jab tak na sikhaya jaye sunta kaun hai.
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