ब्लागवाणी तथा चिट्ठा जगत को धन्यवाद,
जिन्होंने मेरे एक निवेदन पर ही
इस ब्लॉग को कुछ ही मिनटों में
अपने हृदय में स्थान दे दिया है।
सचमुच आज मुझे आभास हो रहा है कि
सिर्फ ब्लॉगर्स ही नही,
अपितु हिन्दी के सर्वोच्च एग्रीगेटर्स का भी
मुझे स्नेह और भरपूर सहयोग मिल रहा है।
सादर, आपका स्नेहाकांक्षी-
(चित्र - रावेंद्रकुमार रवि के कैमरे से साभार)
dr. mayank ji apko bahut bahut badhai aap to khud doosaron ko rasta dikhane vale hai bhla apko kaun sehyog nahin dega shubhkamnayen dhanyvad
जवाब देंहटाएंआपका व्यक्तित्व सबके लिऐ प्रेरणास्त्रोत है। ऐसे मे हम सभी आपको फॉलो करते है जी।
जवाब देंहटाएंमगल भावना सहीत
मुम्बई टाईगर
हे प्रभु यह तेरापन्थ
स्नेही जीवों को स्नेह ही मिलता है. बधाई.
जवाब देंहटाएंआपकी यह पोस्ट
जवाब देंहटाएंऔर
उड़न तश्तरी की त्वरित टिप्पणी
यह संकेत कर रही है कि
आप बहुत जल्दी
चिट्ठाजगत के शीर्ष पर
पहुँचनेवाले हैं!
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मेरी अग्रिम बधाई स्वीकार कीजिए!
UDANTASHTARI ji (SAMEER BHAI) ki TIPPANI ko hamaari bhi TIPPANI sweekaren.
जवाब देंहटाएंअपनी अच्छी रचनाओं से पाठको का ज्ञानवर्द्धन करने के लिए आपको भी धन्यवाद।
जवाब देंहटाएंaap to sabke prernastrot hain...........aage bhi hamein isi tarah labhanvit karte rahenge.hamari shubhkamnayein hamesha aapke sath rahengi.badhayi.
जवाब देंहटाएंमेरे तीनों ब्लॉग्स के, शीर्ष टिप्पणीकार।
जवाब देंहटाएंधन्यवाद है आपको, रवि रावेंद्र कुमार।।
आपके धन्यवाद का स्वागत है,
जवाब देंहटाएंलेकिन इन टिप्पणियों के
होने का सारा श्रेय
आपकी उन रचनाओं को जाता है,
जो मुझे ये टिप्पणियाँ
करने के लिए प्रेरित करती हैं!