वन क्षेत्रो के काम होने और अन्य क्षेत्रो से लेजाकर बाघों को उस क्षेत्र में छोड़ने की वजह से ये घटनाएं हो रही है, प्रशाशन के भरोसे रहना तो समय बर्बाद करने जैसा है, मगर इन जानवरों को वांट क्षेरो में प्रयाप्त भोजन न उपलब्ध हो पाना इसका प्रमुख कारन है !
soch raha hun kis baat ke liye vibhag ko kosa jaye, balika ki maut ke liye ya baagh ko bhukha maarne ke liye ya fi chupchap baith kar tamasha dekhne ke liye.. fir sochta hun, kya is ravaiye ke liye ham sab bhi utne hi jimmedar nahi...
केवल संयत और शालीन टिप्पणी ही प्रकाशित की जा सकेंगी! यदि आपकी टिप्पणी प्रकाशित न हो तो निराश न हों। कुछ टिप्पणियाँ स्पैम भी हो जाती है, जिन्हें यथासम्भव प्रकाशित कर दिया जाता है।
order date- 23-12-1012 को xelectron resistive SIM calling tablet WS777 का आर्डर किया था। जिसकी डिलीवरी मुझे Delivery date- 11-01-2013 को प्राप्त हुई। इस टैब-पी.सी में मुझे निम्न कमियाँ मिली-
1- Camera is not working.
2- U-Tube is not working.
3- Skype is not working.
4- Google Map is not working.
5- Navigation is not working.
6- in this product found only one camera. Back side camera is not in this product. but product advertisement says this product has 2 cameras.
7- Wi-Fi singals quality is very poor.
8- The battery charger of this product (xelectron resistive SIM calling tablet WS777) has stopped work dated 12-01-2013 3p.m. 9- So this product is useless to me.
10- Napptol.com cheating me.
विनीत जी!!
आपने मेरी शिकायत पर करोई ध्यान नहीं दिया!
नापतोल के विश्वास पर मैंने यह टैबलेट पी.सी. आपके चैनल से खरीदा था!
मैंने इस पर एक आलेख अपने ब्लॉग "धरा के रंग"पर लगाया था!
विभाग अपना दायित्व निर्वहन करे तो क्या बात है.
जवाब देंहटाएंवन क्षेत्रो के काम होने और अन्य क्षेत्रो से लेजाकर बाघों को उस क्षेत्र में छोड़ने की वजह से ये घटनाएं हो रही है, प्रशाशन के भरोसे रहना तो समय बर्बाद करने जैसा है, मगर इन जानवरों को वांट क्षेरो में प्रयाप्त भोजन न उपलब्ध हो पाना इसका प्रमुख कारन है !
जवाब देंहटाएंसरकारी कर्मचारियों कर काम तनख्वाह लेना तक सीमित हो गया है .. हर क्षेत्र में समस्याएं तो आएंगी !!
जवाब देंहटाएंtotally agreed with Godiyalji...
जवाब देंहटाएंउत्तराखंड के जंगलों से बाघों का भोजन मनुष्य खा गए,बाघों के रहने के छुपने के जंगल मनुष्य ने उजाड़ दिए
जवाब देंहटाएंबाघ कहाँ जाये बेचारा, भूखा मरे या बच्चों को
खाए
bahut hi sankatgrast sthiti hai ...........shayad aapke lekh se kisi ke kaan par joon renge.
जवाब देंहटाएंअत्यन्त दुखद घटना!!सच में वन विभाग और प्रशासन का ध्यान किधर है यह जो कुछ भी हो रहा है शर्मनाक है ..ऐसे कब तक जाने जाती रहेगी..
जवाब देंहटाएंदुखद एवं अफसोसजनक.
जवाब देंहटाएंउत्तराखंड में तो ये भयानक हादसा हो गया! बहुत दुःख हुआ सुनकर! फिर आगे ऐसा हादसा न हो उसके लिए वन विभाग को जल्द ही कदम उठाना होगा!
जवाब देंहटाएंबहुत ही दुखद एवं भयावह स्तिथि है...
जवाब देंहटाएंsoch raha hun kis baat ke liye vibhag ko kosa jaye, balika ki maut ke liye ya baagh ko bhukha maarne ke liye ya fi chupchap baith kar tamasha dekhne ke liye.. fir sochta hun, kya is ravaiye ke liye ham sab bhi utne hi jimmedar nahi...
जवाब देंहटाएं