मैं केवल अपनी संस्कृति की बात कर रहा हूँ! किसी अन्य देश और धर्म की संस्कृति के विषय में मुझे टीका-टिप्पणी करने का कोई अधिकार नहीं है!
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मैं केवल अपनी संस्कृति की बात कर रहा हूँ! किसी अन्य देश और धर्म की संस्कृति के विषय में मुझे टीका-टिप्पणी करने का कोई अधिकार नहीं है!
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जवाब देंहटाएंभारतिय संस्कृति ने जितनी सिद्दत से 'अहिंसा'को आत्मसात किया है, किसी अन्य संस्कृति ने नहिं।
जवाब देंहटाएंइसी लिये अन्य किसी संस्कृति पर भरोसा नहिं किया जाता। भारत भूमि का प्राण है दया-करूणा।
सभ्यता की पहली आवश्यकता, सभी चीजों का निचोड्।
khoobsurat jaankari!!
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छी जानकारी और सीख देती पोस्ट
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