35 वर्ष पुराने हमारे अभिन्न मित्र डॉ.के.डी.पाण्डेय ने 80 वर्ष की आयु में कल हरेला के दिन हमारा साथ सदा-सदा के लिए छोड़ दिया! डॉ.के.डी.पाण्डेय, खटीमा नगर के प्रथम पालिकाध्यक्ष थे! सच पूछा जाए तो मैंने ऐसा राजनेता अपने जीवन में दूसरा कोई नही देखा था जिसे कि क्रोध ने उनके जीवन-पर्यन्त स्पर्श नही किया था! परिस्थिति चाहे कैसी भी हों उनका शान्त और मुस्कराता चेहरा ही हमेशा सबके सामने होता था! शान्ति की प्रतिमूर्ति अपने इस अभिन्न मित्र को मैं बहुत भारी मन से अपने आदर से भरे श्रद्धा-सुमन समर्पित करता हूँ! उनके साथ बिताए कुछ दुर्लभ-दृश्यों को मैं स्मृति के रूप में प्रस्तुत कर रहा हूँ!
(मेरे विद्यालय के वार्षिकोत्सव में)
(पं. नारायणदत्त तिवारी के साथ)
(मेरे विद्यालय में ठा.कमलाकान्त सिंह के साथ)
(एक कवि गोष्ठी में-साथ में हैं खटीमा फाईबर्स के सी.एम.डी. राकेश चन्द्र रस्तोगी तथा सतपाल बत्रा) |
हार्दिक श्रद्धांजलि !!
जवाब देंहटाएंविनम्र श्रद्धांजलि।
जवाब देंहटाएंविनम्र श्रद्धांजलि.
जवाब देंहटाएंishwar unki aatma ko shanti dein!
जवाब देंहटाएंशास्त्रीजी, मन व्यथित हुआ। आजकल वैसे ही बहुत कम मित्र बन पाते हैं। ऐसे में इतनी लम्बी मित्रता की एक कड़ी अचानक टूट जाय तो बहुत ही मर्मांतक कष्ट होता है। खैर, जीवन का यही चक्र है। लोग आते हैं, जाते हैं, जगत यूं ही अपनी निरंतरता में आगे बढता रहता है। आप के दुख में मैं शामिल हूं।
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