रविवार, अगस्त 09, 2009

‘‘महेन्द्र नगर नेपाल’’ (डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री ‘मयंक’)



आइए आज हम आपको नेपाल की सैर पर ले चलते हैं। नेपाल का एक बहुत ही खूबसूरत शहर है महेन्द्र नगर।
यहाँ पहुँयने के लिए आपको पहले बनबसा जाना पड़ेगा। बनबसा में वैसे तो आपको कुछ खास नही लगेगा पर जैसे ही आप नेपाल की ओर बढ़ेंगे। यहाँ के कुदरती नजारे आपका मन जरूर मोह लेंगे।
यदि आप अपने वाहन/कार से आरहे हैं तो आपको सुबह 6 से 8, दोपहर 1 से 2 तथा शाम का 5 से 7 बजे तक बनबसा शारदा बैराज का गेट खुला मिलेगा।
आप आराम से इन समयों में वाहन से शारदा नदी का पुल पार कर नेपाल में प्रवेश कर जायेंगे। इस बैराज मं 34 गेट बने हैं। जिसका नजारा बड़ा ही मनोहारी प्रतीत होता है।
इस बैराज के पहले छोर पर शारदा मेन कैनाल है। जो भारत में बहती है तथा दूसरे किनारे पर एक नहर नेपाल के लिए निकाली गयी है।
पुल पार करते ही आपको भारत की सीमा पर बने कस्टम व इमीग्रेशन की चेक पोस्ट पर अपनी एन्ट्री करानी होगी।
1।5 किमी आगे जाने पर आपको नेपाल की सीमा पर बनी गड्डा-चौकी से दो -चार होना पड़ेगा। यानि वहाँ भी एन्ट्री करानी होगी। इसके लिए आपके पास वाहन के कागजात और ड्राइविंग लाइसेन्स का होना बहुत जरूरी है।
यदि आप अपने वाहन से नही आ रहे हैं तो आपको रिक्शा या घोड़ा-ताँगा का सहारा लेना पड़ेगा। जिस पर सफर करने का अपना अलग ही आनन्द है। सारे नजारे आप बहुत अच्छी तरह से देखते हुए चले जायेंगे।
बनबसा से महेन्द्र नगर की दूरी 8-9 किमी की है। लगभग 1 घण्टे का समय रिक्शा वाले या तांगे वाले वहाँ तक पहुँचने में लगाते हैं।
महेन्द्र नगर जाने पर आपको यहाँ के बाजार में विदशी सामानों से पटी हुई दूकाने मिलेंगी। आप आराम से शापिंग कर सकते हैं परन्तु बहुत ही सीमित मात्रा में।
यहाँ के रेस्टोरेन्टों में और ढाबों में आपको चाय-पानी और मीट के अलावा शराब भी खुले रूप से बिकती हुई मिलेंगी।
महेन्द्र नगर से 1 किमी दूर आपको सिद्धबाबा का मन्दिर भी मिलेगा।
आप यहाँ आकर प्रसाद चढ़ाये और सच्चे मन से मनौती माँग कर अपने घर को लौटें।
सिद्धबाबा आपकी हर मनौती को पूर्ण करेंगे।

(चित्र गूगल सर्च से साभार)

7 टिप्‍पणियां:

  1. bahut hi badhiya jankari di aapne......padhkar jaane ka man ho gaya hai..........shukriya.

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  2. वाह शास्त्री जी आपने बहत ही अच्छी जानकारी दी है और साथ में सुंदर तस्वीरों के साथ बड़े ही शानदार रूप से नेपाल के बारे में विस्तार किया है! बढ़िया पोस्ट!

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  3. jab uttarakhand main the to nepal ka ek daura saal main to ho hi jaata tha...

    ...wahi nostalgia phir !!

    "इस बैराज मं 34 गेट बने हैं। जिसका नजारा बड़ा ही मनोहारी प्रतीत होता है...."
    sahi kaha ji yaad nahi jaati !!
    wahi chitr manas patal main ukerne ke liye dhanyavaad !!

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  4. वाह शास्त्री जी आपने बहत ही अच्छी जानकारी दी है और साथ में सुंदर तस्वीरों के साथ बड़े ही शानदार रूप से नेपाल के बारे में विस्तार किया है!

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  5. आखिरी बार महेन्द्रनगर देखे हुए भी बीस साल तो हो ही गए होंगे. बहुत अच्छी पोस्ट.

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