नानकमत्ता में गुरू नानक देव जी की सिद्धों से बहुत ठन चुकी थी। क्योंकि गुरू नानक देव जी अपने सेवादारों के साथ यहाँ आये हुए थे और गुरू गोरखनाथ के शिष्यों को यह गवारा नही था। ![]() सिद्धों ने अपने योग बल से यहाँ का पानी सुखा दिया था। जब बाला मरदाना को प्यास लगी तो पीने को पानी नही था। तब गुरू नानक देव ने फावड़ा मार कर फावड़ी गंगा की धारा प्रकट की। वो स्थान आज भी मौजूद है। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा यहाँ नानक सागर डाम बनवा दिया है। ![]() इसलिए यह स्थान डाम के अन्दर आ गया है परन्तु डाम पर पुल बनवा कर इस स्थान को दर्शनीय स्थान के रूप में सुरक्षित किया गया है। इसे आज बाउली साहब क रूप में जाना जाता है। एक दिन गुरू नानक देव जी क सेवादारों ने गुरू जी से निवेदन किया कि गुरू जी दूध का स्वाद बहुत दिनों से नही चखा है। आज दूध पहने की इच्छा हो रही है तो गरू जी ने एक कुएँ खुदवाया। इस कुएँ में से दूध की धारा फूट निकली। ![]() (गुरूद्वारा के साथ लगा छोटा गुम्बद दूध वाला कुआँ है) यह स्थान आज भी दूधवाले कुएँ के नाम से जाना जाता है। इस कुएँ के जल में से आज भी कच्चे दूध की महक आती है। दूर-दूर से लोग इसका जल भर कर अपने घरों को ले जाते हैं। गंगा जल के समान ही इस जल को पवित्र माना जाता है। कहा जाता है कि इस जल का पान करने से बहुत सी असाध्य बीमारियों से मुक्ति मिलती है। इसके साथ लगे गुरूद्वारे में अमृत भी छकाया जाता है। |
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धार्मिक और इतिहास से जुड़े अत्यन्त रोचक जानकारी दिया आपने,बहुत धन्यवाद,नित ऐसे ही नये नये जानकारी बढ़ाते रहे.
जवाब देंहटाएंहम आपके बहुत आभारी हैं.
itni mahatvpoorna jankari aapne di hai ki dil khush ho gaya aur ab to man kar raha hai ki wahan ek baar jaroor jaun.dhanyavaad.
जवाब देंहटाएंये तो बहुत ही काम की जानकारी आपने रोचक तरीके से प्रस्तुत की है. धन्यवाद.
जवाब देंहटाएंदेखा तो नहीं मगर इसके बारे मे सुना बहुत है अछ्हे पोस्त है बधाई
जवाब देंहटाएंbade bhai,
जवाब देंहटाएंMain vandana ji ki tippani se poorn sahmat hoon.badhai!
Bahut achchhi jankari di hai sir.
जवाब देंहटाएंnepal border dekhane ki ichchha jagrt ho gayee hai.
dhanyewad.
शास्त्री जी!
जवाब देंहटाएंइसीलिए गुरूद्वारा श्री नानकमत्ता सभी की आस्था का केन्द्र है।
अत्यन्त रोचक जानकारी!
जवाब देंहटाएंधन्यवाद.
गुरू नानकदेव जी को मत्था टेककर नमन करता हूँ।
जवाब देंहटाएंआभार!
श्री नानकमत्ता साहिब एक दर्शनीय स्थान के
जवाब देंहटाएंसाथ-साथ आस्था का भी प्रतीक है।
इस महत्वपूर्ण जानकारी के लिए बहुत बहुत धन्यवाद!
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