सोमवार, सितंबर 27, 2010

"विश्व पर्यटन दिवस" (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री "मयंक")




"सैर कर दुनिया की गाफिल, जिन्दगानी फिर कहाँ।
जिन्दगानी भी रही तो, यह जवानी फिर कहाँ।।"
कुम्भ नगरी हरिद्वार 
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स्वर्ण मन्दिर, अमृतसर 
जलियाँवाला बाग, अमृतसर
वाघा-बॉर्डर, अटारी (पंजाब)
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नैनीताल
माता नैनादेवी मन्दिर, नैनीताल
  
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गुरूद्वारा श्री नानकमत्ता साहिब
दूधवाला कुआँ, नानकमत्ता साहिब

पीरान कलियर, रुड़की
माता पूर्णागिरि दरबार, चम्पावत
22 किमी लम्बा शारदासागर बाँध, खटीमा
नानकसागर बाँध, खटीमा
बाउली साहिब, नानकसागर डाम
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शारदा बैराज, बनबसा (चम्पावत) 

इस पार हमारा भारत है,
उस पार बसा नेपाल देश।
मध्यस्थ शारदा मइया हैं,
सिंचित करती जो उभयदेश।।
बनबसा बैराज का खूबसूरत मॉडल

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9 टिप्‍पणियां:

  1. वाह आज तो बढ़िया सेर करा दी आपने ..बहुत मजा आया..
    आभार.

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  2. बहुत सुन्दर स्थानों के दर्शन करा दिए ...बनबसा बैराज पर मेरे नाना जी ने काम किया हुआ है

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  3. ये तो बहुत बढिया चित्र है……………आज तो इन्ही के माध्यम से सैर कर ली……………………आभार्।

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  4. बहुत बढ़िया सैर कराई शास्त्री जी आपने ।

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  5. आपने बढ़िया सैर करा दी है|बहुत बढिया चित्र ..आभार.

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  6. * इस पोस्ट के जरिए हमने भी सैर कर ली!

    जवाब देंहटाएं

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