
“पिल्लू”
जब तुम थे प्यारे से बच्चे,
मुझको लगते कितने अच्छे.
मैं गोदी में तुम्हें खिलाता,
ब्रेड डालकर दूध पिलाता,
दस वर्षों तक साथ निभाया,
आज छोड़ दी तुमने काया,
विपदाओं से नही डरे तुम,
कुत्ते की नही मौत मरे तुम,
पीड़ा देती बहुत जुदाई,
पिल्लू-राजा तुम्हें विदाई,
सदा-सदा के लिए आज तुम सुप्त हो गये!
संसारी झंझट से बिल्कुल मुक्त हो गये!!
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अच्छी विदाई दी है आपने।
जवाब देंहटाएंaapke dukh mein hum sab aapke sath hain....antim vidayi ki sharddhanjali aapne bilkul sahi dhang se ki hai.
जवाब देंहटाएंदोस्त पिल्लूराजा को मेरी श्रद्धांजलि।
जवाब देंहटाएंघुघूती बासूती
behtreennnnnnn
जवाब देंहटाएंBAHUT ACHCHHI KAVITA. AAPKE SUNDAR TIPPANI KE LIYE DHANYAWAD! AAPKA DEEPAK
जवाब देंहटाएंMY BLOG "HOSHOHAWAS"