‘‘प्रेस से सम्बन्धित कुछ कानून’’ मीडिया (प्रैस) को लोकतन्त्र का चौथा स्तम्भ माना जाता है। किन्तु जहाँ पत्रकार को निर्भयता पूर्वक लिखने और स्वतन्त्रतापूर्वक प्रकाशित करने का अधिकार है वहीं उसे प्रैस से सम्बन्धित नियमावली और अपनी सीमाओं की भी जानकारी का ज्ञान अवश्य होना चाहिए। इससे सम्बन्धित लेखमाला का आज पहला अध्याय आपकी सेवा में प्रस्तुत है। !! मानहानि !! मानहानि दो रूपों में हो सकती है- 1- लिखित रूप में। 2- मौखिक रूप में। यदि किसी के विरुद्ध प्रकाशितरूप में या लिखितरूप में झूठा आरोप लगाया जाता है या उसका अपमान किया जाता है तो यह "अपलेख" कहलाता है। जब किसी व्यक्ति के विरुद्ध कोई अपमानजनक कथन या भाषण किया जाता है। जिसे सुनकर लोगों के मन में व्यक्ति विशेष के प्रति घृणा या अपमान उत्पन्न हो तो वह "अपवचन" कहलाता है। मानहानि के अपराध में दण्डित व्यक्ति पर दीवानी और फौजदारी मुकदमें चलाए जा सकते हैं। जिसमें दो वर्ष की साधारण कैद अथवा जुर्माना या दोनों सजाएँ हो सकती हैं। सार्वजनिक हित के अतिरिक्त न्यायालय की कार्यवाही की मूल सत्य- प्रतिलिपि मानहानि नही मानी जाती। न्यायाधीशों के निर्णय व गुण-दोष दोनों पर अथवा किसी गवाह या गुमास्ते आदि के मामले में सदभावनापूर्वक विचार प्रकट करना मानहानि नही कहलाती है। लेकिन इसके साथ ही यह आवश्यक है कि इस प्रकार की टिप्पणियाँ या राय न्यायालय का निर्णय होने के बाद ही दिये जाने चाहिएँ। सार्वजनिक हित में संस्था या व्यक्ति पर टिप्पणी भी की जा सकती है या किसी भी बात का प्रकाशन किया जा सकता है। लेकिन यह ध्यान रखा जाये कि अवसर पड़ने पर बात की पुष्टि की जा सके। कानून का यह वर्तमानरूप ही पत्रकारों के लिए आतंक का विषय है। अधिकांश मामलों में बचाव इस प्रकार हो सकता है कि - 1- कथन की सत्यता का प्रमाण। 2- विशेषाधिकार तथा 3- निष्पक्ष टिप्पणी तथा आलोचना। यदि किये गये कथनों का प्रमाण हो हो तो अच्छा बचाव होता है। विशेषाधिकार सदैव अनुबन्धित और सीमित होता है। समाचारपत्रों का यह विशेषाधिकार विधायकों आर न्यायालयों को भी प्राप्त होता है। अतः कहने का तात्पर्य यह है कि आलोचना का विषय सार्वजनिक हित का होना चाहिएऔर स्पष्टरूप से कहे गये तथ्यों का बुद्धिवादी मूल्यांकन होने के साथ-साथ यह पूर्वाग्रह से भी परे होना चाहिए। क्रमशः................ |
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एक अच्छी महत्वपूर्ण जानकारी, शःस्त्री जी !
जवाब देंहटाएंbahut hi bahumoolya jankari di hai.
जवाब देंहटाएंशास्त्री जी नमस्कार , मुझे आज पता चला ये सब अच्छी जान्कारी आभार आपका
जवाब देंहटाएंधन्यवाद
gyanvardhan ke liye shukriya
जवाब देंहटाएंदीपावली और भइया-दूज पर आपको ढेरों शुभकामनाएँ!
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