शुक्रवार, जुलाई 01, 2022

दोहे "दिवस-चिकित्सक आज" (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')

वैद्य-डॉक्टरों का दिवस, देता यह सन्देश।

योग-साधना से करो, तन में सबल निवेश।।

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वैद्यराज के नाम का, दीप जलाओ आज।

जीवन जीनेे के लिए, अपना करो इलाज।।

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वैद्य हुए हैं अवतरित, करने को कल्याण।

धन के बदले देह के, बचा लीजिए प्राण।।

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भेषज लाये धरा से, खोज-खोज भगवान।

वैद्यराज संसार को, देते जीवनदान।।

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रोग किसी के भी नहीं, आये कभी समीप।

सबके जीवन में जलें, हँसी-खुशी के दीप।।

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मात्र नहीं चेतावनी, केवल नहीं रिवाज।

मना रहे हैं लोग सब, दिवस-चिकित्सक आज।।

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उर के मन्दिर में जलें, जगमग-जगमग दीप।

कुन्दन जैसी देह को, चन्दन से लो लीप।।

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3 टिप्‍पणियां:

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