गुरुवार, मार्च 19, 2020

आलेख ‘‘हिन्दी संयुक्ताक्षर’’ (डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री ‘मयंक’)

         यदि संयुक्ताक्षर शब्द के अर्थ पर ध्यान दें तो संयुक्त + अक्षर। अर्थात् दो या दो से अधिक अक्षरों के मेल से बने अक्षरों को संयुक्ताक्षर कहते हैं।
         देखने में यह आया है कि विद्वानों ने ‘‘क्ष’’ ‘‘त्र’’ ‘‘ज्ञ’’ को तो हिन्दी वर्णमाला में सम्मिलित करके या तो इन्हें प्रिय मान लिया है या इन्हें संयुक्ताक्षर की परिधि से पृथक कर दिया है। यह मैं आज तक समझ नही पाया हूँ। जबकि संयुक्ताक्षरों की तो हिन्दी में भरमार है। फिर ‘‘क्ष’’ ‘‘त्र’’ ‘‘ज्ञ’’ को हिन्दी वर्णमाला में क्यों पढ़ाया जा रहा है?
        कहने का तात्पर्य यह है कि हिन्दी का ज्ञान प्राप्त करने वाला विद्यार्थी कभी इनकी तह में जाने का प्रयास ही नही करता है। इसीलिए आज इनका उच्चारण भी दूषित हो गया है।
क् + ष = क्षइसका उच्चारण आज ‘‘’’ ही होने लगा है।
त् + र = त्रइसकी सन्धि पर किसी का ध्यान ही नही है और
ज् + ञ = ज्ञ,
      सबसे अधिक दयनीय स्थिति तो ‘‘ज्ञ’’ की है।
        ‘‘
ज्ञ’’ का उच्चारण तो लगभग ९९ प्रतिशत लोग ‘‘ग्य’’ के रूप में करते हैं। कहने का तात्पर्य यह है कि यह पढ़े-लिखे लोग हिन्दी की वैज्ञानिकता को झुठलाने लगे हैं।
       आखिर इस स्थिति का जिम्मेदार कौन हैं?
        मैं इसका यदि सीधा-सपाट उत्तर दूँ तो इसकी जिम्मेदार केवल और केवल ‘‘अंग्रेजी’’ है।
         उदाहरण के लिए यदि ‘‘विज्ञान’’ को रोमन अंग्रेजी में लिखा जाये तो VIGYAN विग्यान ही लिखा जायेगा। यही हमारे रोम-रोम में व्याप्त हो गया है।
आज आवश्यकता है कि हिन्दी वर्णमाला में से ‘‘क्ष’’ ‘‘त्र’’ ‘‘ज्ञ’’ संयुक्ताक्षरों को बाहर कर दिया जाये। तभी तो संयुक्ताक्षरों का मर्म हिन्दी शिक्षार्थियों की समझ में आयेगा।
        तब अन्य संयुक्ताक्षरों के साथ -
घ् + र = घ्रघ् + न = घ्नष् + ट = ष्टआदि के साथ
क + ष = क्षत् + र = त्रज् + ञ = ज्ञ और श् + र = श्र
सिखाने का प्रयास होना चाहिए।

10 टिप्‍पणियां:

  1. बेहद उपयोगी जानकारी भरा आलेख ।

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  2. जी नमस्ते,
    आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा शुक्रवार (20-03-2020) को महामारी से महायुद्ध ( चर्चाअंक - 3646 ) पर भी होगी।
    आप भी सादर आमंत्रित हैं।
    *****
    आँचल पाण्डेय

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  3. इस ज्ञानवर्धक आलेख हेतु आपका आभार आदरणीय सर। सादर प्रणाम 🙏

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  4. ज्ञानवर्धक आलेख हर।
    सादर।

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  5. बहुत ही ज्ञानवर्धक आपकी यह पोस्ट धन्यवाद हिंदी की इतनी अच्छी जानकारी देने के लिए

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  6. Bahut sahi.

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