“अश्रुपूरित-श्रद्धाञ्जलि”
उत्तराखण्ड के पर्वतीय जनपद बागेश्वर से
37 किमी दूर
कपकोट ब्लॉक के
सुमगढ़ गाँव में बादल फट जाने से
शुमगढ़ गाँव के सरस्वती शिशु मन्दिर
भू-स्खलन की चपेट में आ गया।
जिसके कारण 18 विद्यार्थियों की
मलवे में दब कर दर्दनाक मौत हो गयी
और आचार्या सहित 6 विद्यार्थी
गम्भीर रूप से घायल हो गये!

इन मासूमों की दर्दनाक मौत पर
पूरा उत्तराखण्ड शोक में डूबा हुआ है!
प्रदेश सरकार ने 21 अगस्त तक
सभी स्कूलों को बन्द रखने का
फैसला किया है
और दो दिन का
राजकीय शोक घोषित किया है!

मैं बहुत भारी मन से
देश के इन नौनिहालों को
अपनी अश्रुपूरित भाव-भीनी श्रद्धाञ्जलि
समर्पित करता हूँ! |
बहुत ही दुखद और दर्दनाक हादसा है! इस दुर्घटना पर मासूम बच्चों की जान चली गयी जिसे सुनकर आँखों में पानी आ गया!मैं अनुभव कर सकती हूँ किस हालात से गुज़र रहे हैं उन छोटे मासूम बच्चों के माता पिता! भगवान उन्हें इस हादसे को सहन करने की हिम्मत दें!
जवाब देंहटाएंबहुत ही दुखद घटना ....मेरी हृदय से श्रद्धांजली ......
जवाब देंहटाएंइन मासूम बच्चों के माता पिता को शक्ति दे ईश्वर ...
कुछ लिख पाने की हिम्मत नहीं .. संगीता स्वरूप जी के वचनों को दुहराती हूं ...
जवाब देंहटाएंबहुत ही दुखद घटना ....मेरी हृदय से श्रद्धांजली ......
इन मासूम बच्चों के माता पिता को शक्ति दे ईश्वर ...
बहुत ही दुखद घटना ||
जवाब देंहटाएंभगवान् इस कठिन समय सबको
हौसला और हिम्मत दे ||
अहो, दुखद!!
जवाब देंहटाएंआपदाएं भी मासूम बच्चों को लील देती है।
मेरी हृदय से श्रद्धांजली
बच्चों के माता पिता को इस दुख से उबरने की शक्ति प्राप्त हो।
अत्यंत ही हृदय-विदारक समाचार है. देश के इन नौनिहालों को अपनी अश्रुपूरित श्रद्धाञ्जलि अर्पित करते हुये इनके परिजनों को ईश्वर सहन करने का साहस देवे, यही प्रार्थना है.
जवाब देंहटाएंरामराम.
बेहद दुखद और दर्दनाक हादसा है ………अश्रुपूरित श्रद्दांजलि………………ईश्वर उन बच्चो के माता पिता को ये गम सहने की हिम्मत दे।
जवाब देंहटाएंदर्दनाक हादसा है , नन्हीं आत्माओं को श्रद्धांजलि . ..
जवाब देंहटाएंसचमुच यह दुखद घटना है
जवाब देंहटाएंयह समाचार....
आगे नहीं लिख पा रहा हूं
ईश्वर ..
ओफ..
मुझे क्षमा करिएगा
बहुत ही दुखद और दर्दनाक हादसा है!
जवाब देंहटाएंबहुत ही दुखद घटना है।
जवाब देंहटाएंमेरी हृदय से श्रद्धांजली
श्रद्धांजली!!!
जवाब देंहटाएंइन निर्दोषों का क्या कसूर था इसका जवाब तो इनकी जान लेने वाले के पास भी नहीं होगा। चारों तरफ मार-काट मचाने वाले, घरों को लूटने वाले, भर्ष्टाचार को भी शरमाने वाले पापी लूटर्रों को तो वह भी छू भी नहीं पाता। मासूमों, निरीहों, गरीबों पर ही उसका भी जोर चलता है।
जवाब देंहटाएंबहुत ही दुखद दुर्घटना,
जवाब देंहटाएंछोटे मासूम बच्चों को अश्रुपूरित श्रद्धांजली...
ईश्वर इनके माता पिता को दुख सहन करने का साहस दे !
बहुत ही दुखद और दर्दनाक हादसा है!
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